आज हमारा भारत देश अपना स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। 15 अगस्त, 1947 को हमें अपने देश में अंग्रेजों के राज से आजादी मिली थी। आज हमें सबसे पहले उन स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करना चाहिए। जिन्होंने हमारे देश को आजाद कराने के लिए अपना सब कुछ और जीवन भी दांव पर लगा दिया। यह 15 अगस्त के दिन हमें महात्मा गांधी, भगत सिंह, नेताजी सुभाषचंद्र बोज, चंद्रशेखर आजाद, सरदार वल्लभभाई पटेल , लाला लाजपतराय सैंकड़ों महान स्वतंत्र सेनानियो के त्याग और बलिदान की यह दिन याद दिलाता है।
Independence Day 2024
इस वर्ष 15 अगस्त को पूरे देशभर में 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। 15 अगस्त के दिन हर साल हमारे भारत के प्रधानमंत्री दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले पर तिरंगा फहराने के बाद देश को संबोधित संबोधन करते हैं। भारत में स्कूलों, महाविद्यालयो और सरकारी दफ्तरों आदि जगहों पर भी तिरंगा फहराया जाता है। अभी तो हर घर तिरंगा फहराया जाता है। स्कूलों और महाविद्यालयों में तो राष्ट्रगान भी गाया जाता है। हर जगह पर देशभक्ति के गीत बजते सुनाई पड़ते हैं और स्कूलों, कॉलेजों में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत होते हुए दिखाई देते है।
हमारे पूरे देश में, 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस के जश्न की तैयारियां शुरू हो गई है। हमारे देश में पिछले साल केंद्र सरकार की तरफ से हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत की गई थी। इसके तहत नागरिकों ने अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। सरकार इस वर्ष भी इस अभियान को चला रही है। केंद्र सरकार हर घर दूर– दूर तक हर कोने में राष्ट्रीय ध्वज पहुंच सके इसके लिए सरकार बड़ी तैयारियां कर रही है। हर घर तिरंगा फहराया जाता है।
यह स्वतंत्रता दिवस पर भारत की राजधानी दिल्ली और सभी सरकारी भवनों को तिरंगा और रंगबिरंगी लाइटों से सजाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति “राष्ट्र के नाम संबोधन” देते हैं।
स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर फैक्ट्स जानें
- 15 अगस्त, 1947 को भारत के पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने दिल्ली में लाल किले के, लाहौरी गेट के ऊपर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया था।
- 15 अगस्त, सन 1947 में हमारा भारत देश अंग्रेजो की गुलामी से आजाद हुआ, जिसके बाद से यह 15 अगस्त का दिन भारत के “स्वर्णिम” इतिहास में अंकित हो गया।
- हमारे भारत का राष्ट्रीय गान ‘जन गण मन’ मूल रूप से रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा बंगाली में “भरोतो भाग्यो बिधाता” के रूप में लिखा गया था।
- हमारे देश का नाम ‘इंडिया’ सिंधु नदी के नाम पर से पड़ा है।
- हमारे राष्ट्रीय ध्वज में तीन रंगों की तीन पट्टियां हैं। भगवा रंग साहस और बलिदान का प्रतीक है। सफेद रंग ईमानदारी, शांति और पवित्रता का प्रतिनिधित्व करता है। और हरा रंग आस्था और शौर्य का प्रतिनिधित्व करता है।
हमारे भारत देश को आजाद हुए, कई दशक हो चुके है और इस के दौरान हमारा भारत देश हर तरह से आगे बढ़ रहा है। जैसे कि विज्ञान, टेक्नोलॉजी, कृषि, शिक्षा, साहित्य , खेल इत्यादि क्षेत्रों में हमारा भारत देश बहुत ही तरक्की कर चुका है। परमाणु क्षमता से संपन्न देश भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल कर चुका है। चंद्रयान 3 इसका बड़ा प्रमाण है। विकास के हर क्षेत्र में भारत बहुत आगे बढ़ चुका है।
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यह भी सच है कि आजादी मिलने के इतने बरसों बाद भी आज भारत अपराध, भ्रष्टाचार, हिंसा, आतंकवाद, गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा जैसी समस्याओं के साथ हमारा भारत देश लड़ रहा है। हम सभी को एक होकर इन समस्याओं खत्म करने की कोशिश करनी चाहिए। भारत देश जब इन सब समस्याओं से बाहर नहीं निकलता तब तक स्वतंत्र सेनानियो का सपना पूरा नहीं होगा। हम सब एक होकर प्रयास करने से श्रेष्ठ और विकसित भारत का निर्माण होगा।
अंत में मैं कहना है कि हमारा देश “सोने की चिड़िया”था। जिसे कई वर्षों तक गुलामी की जंजीर में बांधकर लूटा गया था, लेकिन हम सब 15 अगस्त, 1947 को आजाद हो गए। हम अभी भी कुछ चीजों से आजाद नहीं हुए हैं और वो है जाति, धर्म, महिलाओं की इज्जत करना, दूसरों का आदर करना। हम सब आज शपथ लेंकर आगे बढ़े इन चीजों को अपने समाज से धीरे-धीरे समाप्त करेंगे। और हम सब सभी धर्मों को समान मानते हुए, एक दूसरे की इज्जत करेंगे। महिलाओं के साथ ही सभी बड़े बुजुर्गों का आदर करेंगे, ताकि हमारा देश एक बार फिर से सोने की चिड़िया कहला सके।